दर्द बस तब तक महसूस होता है,
जब तक फांस दिखती है आँख को,
और उँगलियाँ करती हैं कोशिश,
उसे निकाल फेंकने की,
एक पतली सी सुई लेकर.
जब फांस दिखती नही,
मे मान जाती हूँ,
की दर्द नही है अब.
जब तक फांस दिखती है आँख को,
और उँगलियाँ करती हैं कोशिश,
उसे निकाल फेंकने की,
एक पतली सी सुई लेकर.
जब फांस दिखती नही,
मे मान जाती हूँ,
की दर्द नही है अब.